PPF – SSY खाता धारकों को खुशख़बरी : क्या नए साल 2025 में छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले निवेशकों को तोहफा मिलेगा? क्या वित्त मंत्रालय Sukanya Samriddhi Account और पब्लिक प्रोविडेंट फंड जैसी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें बढ़ाएगा? वित्त मंत्रालय वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के लिए 31 दिसंबर 2024 को नई ब्याज दरों की घोषणा करेगा ।
PPF – SSY खाता धारकों को खुशख़बरी
वित्त मंत्रालय का आर्थिक मामलों का विभाग वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के लिए पीपीएफ, Sukanya Samriddhi Account समेत डाकघर जमा योजनाओं के लिए 31 दिसंबर 2024 को नई ब्याज दरों की घोषणा करेगा ।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही अक्टूबर से दिसंबर के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया। अब निवेशकों की नजर इस बात पर है कि सरकार 1 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2025 तक की चौथी तिमाही में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव करती है या नहीं ।
Sukanya Samriddhi Account पर 8.2% ब्याज
तीसरी तिमाही में Sukanya Samriddhi Account पर 8.2 प्रतिशत ब्याज दिया गया है। इस समय सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर 8.2 प्रतिशत, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर 7.7 प्रतिशत और किसान विकास पत्र पर 7.5 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है।
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स डिपॉजिट पर 4 प्रतिशत, 1 साल की टर्म डिपॉजिट पर 6.9 प्रतिशत, 2 साल की टाइम डिपॉजिट पर 7 प्रतिशत, 3 साल की टर्म डिपॉजिट पर 7.1 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है। 5 साल की डिपॉजिट पर 7.5 प्रतिशत और 5 साल की रेकरिंग डिपॉजिट पर 6.7 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है।
पीपीएफ निवेशकों को मिलेगी खुशखबरी!
सरकार ने पिछले दो सालों में तमाम छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें बढ़ाई हैं, लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही से पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। Sukanya Samriddhi Account पर 8.2 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है लेकिन पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर निवेशकों को 7.1 फीसदी ब्याज दर ही मिल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार चौथी तिमाही में पब्लिक प्रोविडेंट फंड के निवेशकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी का तोहफा देगी।
PPF – SSY खाता धारकों को खुशख़बरी
छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों के लिए राहत की बात यह है कि दिसंबर के पहले हफ्ते में भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए अपनी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। वैसे दुनिया के कई देशों में ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला शुरू हो गया है।
माना जा रहा है कि फरवरी 2025 में भारतीय रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति में रेपो रेट में कटौती का फैसला ले सकता है। ऐसे में चौथी तिमाही में ब्याज दरों में किसी तरह के बदलाव की संभावना बेहद कम नजर आ रही है।
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